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इस्लामाबाद। पिछले साल के नवंबर में जबसे पाकिस्तान का विद्रोही संगठन टीटीपी ने सीज फायर तोड़ने का ऐलान किया है उसके बाद से पाकिस्तान में आये दिन हो रहे तमाम आत्मघाती हमलों से पाक फौज और अन्य सुरक्षा ऐजेंसियों की हालत पतली हो गई है। आलम अब यह है कि राजधानी की सुरक्षा अब खतरे पड़ गई है। वहीं अब तहरीक-ए-तालिबान ने पाकिस्तान के खिलाफ जिहाद का ऐलान कर दिया है। उसने अपने लड़ाकों से कहा है कि वे जहां हैं, वहीं से पूरे पाकिस्तान में हमले करें। ऐसे में पूरे इस्लामाबाद में चप्पे-चप्पे पर पुलिस और पाकिस्तानी सेना तथा रेंजर्स को तैनात कर दिया गया है।
दरअसल,टीटीपी ने नवंबर के अंत में पाकिस्तान के साथ अपने एक महीने के संघर्ष विराम को खत्म कर दिया था। 28 नवंबर के बाद से हीं टीटीपी ने पाकिस्तानी सुरक्षाकर्मियों को निशाना बनाकर घातक हमलों की झड़ी लगा दी है। इस बीच पाकिस्तानी खुफिया एजेंसियों ने इनपुट दिया है कि टीटीपी के निशाने पर अब राजधानी इस्लामाबाद है,क्योंकि ऐजेंसियों का मानना है कि आत्मघाती हमलावरों का एक बड़ा समूह इस्लामाबाद में घुसने की कोशिश कर रहा है। जहां इन हमलावरों में एक की तस्वीर भी जारी की गई है।
यहीं कारण है कि राजधानी में पाकिस्तानी सेना और पुलिस की हरकत तेज हो गई है, बताया जा रहा है कि सुरक्षा के नाम पर इतनी कड़ाई के साथ जांच की जा रही है कि आम लोगों के अलावा खास भी परेशान हो चुके हैं। रिपोर्ट तो यहां तक है कि इस तरह के जांच का सामना खुद विदेशी राजनयिक व उनके स्टाफ भी कर रहे हैं। दरअसल,बीते नवंबर के अंतिम सप्ताह में टीटीपी ने पाकिस्तान के साथ किये गये सीज फायर को तोड़ने का ऐलान किया है, जहां उसके बाद से ही पाकिस्तान के कई हिस्सों में बेहद खतरनाक आत्मघाती हमलों को अंजाम दिया गया। जहां अब इसी कड़ी में राजधानी इस्लामाबाद पर खतरा मंडरा रहा है।