सांकेतिक तस्वीर।
काबुल/बीजिंग। चीन अपने सबसे अजीज दोस्त पाकिस्तान को धोखा देकर पाकिस्तान के अब दुश्मन बन चुके तालिबान को अपना एक खतनाक ड्रोन देने जा रहा है। इसे ‘ब्लोफिश’ ड्रोन कहा जाता है। दावा किया जा रहा है कि अफगानिस्तान में आये दिन हो रहे तमाम आत्मघाती हमलों के चलते तालिबान को आतंकियों से लड़ने के लिए इस घातक ड्रोन को दे रहा है।
बताया जा रहा है कि तालिबान अपने खजाने का बड़ा फंड इस चीनी ड्रोन को खरीदने में लगाने की तैयारी कर रहा है। दूसरी ओर अगर चीन ये ड्रोन तालिबान को देता है तो इसके पीछे अफगानिस्तान में भारत का बढ़ता प्रभाव भी हो सकता है। लेकिन उसका ये कदम पाकिस्तान के लिए भी खतरा साबित हो सकता है। हालांकि अफगानिस्तान की सत्ता में काबिज में तालिबान का कहना है कि इन ड्रोन का इस्तेमाल वह आतंकी संगठन “इस्लामिक स्टेट” से निपटने के लिए किया जाएगा।
दरअसल,चीन का यह ब्लोफिश ड्रोन एक मिनी हेलीकॉप्टर है जो मशीन गन दागने के साथ ही, मोर्टार लॉन्च करने और ग्रेनेड फेंकने जैसे काम कर सकता है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ड्रोन को यह निर्धारित करने की क्षमता प्रदान करता है कि कम मानव संसाधन के साथ युद्ध के मैदान में जीत हासिल की जा सके।
गौरतलब है कि चीन और पाकिस्तान आपस में कई दशकों से गहरे दोस्त है। और इस समय पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच कई मुद्दों पर जंगी तनातनी जारी है। यहां तक कि कई बार सीमा पर भीषण गोलीबारी भी हो चुकी है, जिनमें पाकिस्तान के कई सैन्य अधिकारियों व सैनिकों की जाने भी गई है। अब ऐसे में पाकिस्तान के सबसे अजीज दोस्त चीन द्वारा उसके दुश्मन को आज के समय का सबसे ख़तरनाक ड्रोन देना, पाकिस्तान के साथ बहुत बड़ा विश्वासघात है। फिलहाल, इस पर अभी तक इस्लामाबाद और बीजिंग दोनों ने ही चुप्पी साध रखी है।