टीटीपी के लड़ाकें,फाईल फोटो,साभार-(सोशल मीडिया से)
इस्लामाबाद। एक दिन पहले पाकिस्तान के पेशावर में स्थित पुलिस लाईन की मस्जिद में हुए आत्मघाती हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान की विद्रोही संगठन “तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान” ने ले ली है। इस हमले में मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। जहां अब यह संख्या सैकड़ा के पार कर चुकी है। वहीं घायलों की भी तादाद 170 से अधिक बताई जा रही है। बता दे कि यह धमाका हाई सिक्योरिटी वाले क्षेत्र में खचाखच भरी एक मस्जिद में कल सोमवार को दोपहर की नमाज के दौरान हुआ था। जहां मस्जिद में हमलावर ने विस्फोट कर खुद को उड़ा लिया था। वहीं, इस धमाके बाद हुए नुकसान से पाकिस्तान ही नहीं पूरी दुनिया में हड़कंप मच गया था। क्योंकि टीटीपी का यह अब तक का सबसे ख़तरनाक हमला माना जा रहा है।
वहीं,टीटीपी के इस आत्मघाती हमले की पीछे सबसे बड़ी वजह टीटीपी के कमांडर उमर खालिद खुरसानी की मौत का बदला बताया जा रहा है। दरअसल, पुलिस अधिकारियों के हवाले से यह दावा किया गया है कि दोपहर में एक बजकर 40 मिनट पर जब नमाजी ज़ौहर की नमाज पढ़े रहे थे, तब अगली लाइन में बैठे आत्मघाती हमलावर ने विस्फोट कर खुद को उड़ा लिया था। विस्फोट के बाद मस्जिद की छत नमाजियों पर गिर गई और बड़ी संख्या में लोग छत के नीचे दब गए। नमाजियों में पुलिस, सेना और बम निष्क्रिय दस्ते के कर्मी थे।
जहां इस हमले के बाद टीटीपी ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है। उसने कहा कि यह आत्मघाती हमला अफगानिस्तान में पिछले साल अगस्त में मार दिये गये टीटीपी कमांडर उमर खालिद खुरसानी की मौत का बदला है। गौरतलब है कि टीटीपी पाकिस्तान सरकार के साथ बीते साल के नवंबर के अंतिम सप्ताह में संघर्षविराम से पीछे हट गया है और उसने अपने लड़ाकों को देशभर में हमला करने का हुक्म जारी किया है। जहां इस ऐलान के बाद से हीं दिसंबर में टीटीपी की तरफ से इस तरह के कई भीषण आत्मघाती हमलों को अंजाम दिया गया। इतना ही नहीं राजधानी इस्लामाबाद में भी इस तरह के हमलों को लेकर अलर्ट जारी किया गया था। यही कारण था कि राजधानी में अतिरिक्त सतर्कता बढ़ा दी गई थी।