सांकेतिक तस्वीर।
इस्लामाबाद। पिछले कई महिनों से पाकिस्तान में हो रहे लगातार आत्मघाती हमलों के बीच रविवार को भी खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में कुछ सशस्त्र विद्रोहियों ने एक पुलिस अधिकारी के घर पर अंधाधुंध गोलीबारी कर आठ लोगों को घायल कर दिया। जहां इस दौरान एक स्थानीय पुलिस अधिकारी के हवाले से यह दावा किया गया कि ने यह आतंकियों ने अफगान सीमा से लगे उत्तरीवजीरिस्तान जिले के जनजातीय क्षेत्र के गुलाम खान इलाके में सेना के एक सहायक उप-निरीक्षक (एएसआई) के घर पर हमला किया और एएसआई तथा दो महिलाओं समेत आठ लोगों को घायल कर दिया।
इतना ही नहीं पुलिस ने यह भी बताया कि जिस वक्त घायलों को अस्पताल ले जाया जा रहा था उस समय भी वाहन के रास्ते में भी विस्फोट कर दिया गया,लेकिन घायलों को किसी भी तरह से अस्पताल पहुंचाने में कामयाबी मिल गई। जहां तीन घायलों की हालत बेहद नाजुक बताई जा रही है। इस बीच घटनास्थल पर अतिरिक्त पुलिस फोर्स पहुंचकर जांच में जुट गई है। इससे पहले पाकिस्तानी विद्रोही संगठन “टीटीपी” के एक आत्मघाती हमलावर ने पाकिस्तानी सेना के काफिले के पास एक ऑटोरिक्शा में खुद को उड़ा लिया था, जिसमें तीन पाक सुरक्षाकर्मी मारे गए और नागरिकों सहित बाईस अन्य घायल हो गए। इस बीच, बलूचिस्तान में भी इसी तरह के एक विस्फोट में फ्रंटियर कोर के तीन अधिकारी मारे गए और तीन अन्य घायल हुए थे।
दरअसल, पाकिस्तान की विद्रोही संगठन टीटीपी ने बीते नवंबर के अंतिम सप्ताह में हीं पाकिस्तान के साथ पूर्व में किये गये सीजफायर समझौते को तोड़ने के ऐलान के साथ पाकिस्तानी सुरक्षा बलों और सेना पर हमला करने का घोषणा कर दिया था, जिसके बाद से ही पाकिस्तान में आये दिन लगातार आत्मघाती हमलों का दौर जारी है, जिसमें सबसे खतरनाक हमला पेशावर मस्जिद माना जा रहा है, क्योंकि इसमे अब तक सौ से अधिक लोगों की मौत हुई थी तथा 175 घायल बताये जा रहे थे। हालांकि, इन घायलों का अभी भी ईलाज जारी है। वहीं, पाकिस्तान इन हमलों के लिए सीधे अफगानिस्तान और भारत को जिम्मेदार ठहराता रहा है। जबकि भारत के खिलाफ आज तक ऐसे हमलों से संबंधित एक भी संतोषजनक साक्ष्य उपलब्ध नहीं करा सका है और ना ही कही पेश किया।