एक्सक्लूसिव रिपोर्ट

पाक फौज ने आर्मी ऐक्ट के तहत दर्ज किया केस, इसके तहत “खान” को हो सकती है फांसी, इमरान भी हुए आक्रामक – विजयशंकर दूबे (एडिटर इन क्राईम)


पाक सुरक्षाकर्मियों से घिरे हुए इमरान,फोटो साभार -(सोशल मीडिया)

इस्‍लामाबाद। पाकिस्‍तान के बीते 76 साल में पाक के पूर्व पीएम इमरान खान पाकिस्तानी सेना के लिए अब तक के पहले व सबसे बड़ी चुनौती के रूप में उभरे है। यही कारण है कि पाक फौज इस खिलापत और चुनौती को पूरी तरह से कुचलने के लिए कमर कस ली है। रिपोर्ट है कि इमरान खान के खिलाफ पाकिस्‍तानी फौज ने आर्मी एक्‍ट के सेक्‍शन 59, 60 के तहत केस दर्ज कर लिया है। बताया जा रहा है कि इसका ट्रायल मिलिट्री समरी कोर्ट में होगा। कहा जा रहा है कि इस एक्‍ट के तहत दर्ज केस में दोषी साबित होने पर या तो मौत की सजा मिलती है या फिर उम्र कैद होती है। यह केस पाकिस्‍तानी सेना के मुखिया जनरल आसिम मुनीर के उस बयान के बाद दर्ज किया गया है जिसमें उन्‍होंने मिलिट्री संस्‍थानों पर हमले करने वालों के खिलाफ सख्‍त सजा देने की चेतावनी दी है।

बता दे कि फौज इस कानून का प्रयोग असैन्‍य अपराधों में शामिल अभियुक्तों पर करती है। इस एक्‍ट के मुताबिक मानवता के मौलिक अधिकारों में घुसपैठ करने पर एक व्यापक तौर पर कानूनी कार्रवाई की शर्त रखी जाती है। पाकिस्तानी आर्मी एक्‍ट के बाकी सहायक सेक्‍शन और सब सेक्‍शंस के साथ इसे जोड़ा जाता है। ऐसा माना जाता है कि पाकिस्तान की सेना मानवाधिकार कार्यकर्ताओं, वकीलों, पत्रकारों, स्वयं सैनिकों की सदस्यों की आवाज दबाने के लिए इसका जमकर प्रयोग करती है।

दरअसल, बीते नौ मई को इमरान खान को इस्‍लामाबाद हाई कोर्ट से गिरफ्तार कर लिया गया था। उनकी गिरफ्तारी के बाद से पूरे देश में हिंसक विरोध प्रदर्शन हुए थे। पाकिस्‍तान सेना के मुखिया जनरल आसिम मुनीर ने उपद्रव करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की चेतावनी दी है। जनरल मुनीर ने देशभर में तोड़फोड़ की योजना बनाने वालों, उकसाने वालों, भड़काने वालों और इसे अंजाम देने वालों को न्याय के कठघरे में लाने की बात कही थी। उन्‍होंने कहा था कि मिलिट्री अपने प्रतिष्ठानों की पवित्रता और सुरक्षा का उल्लंघन करने या तोड़फोड़ करने के किसी भी प्रयास को बर्दाश्त नहीं करेंगी।

इतना ही नहीं जनरल असिम ने कहा है कि ऐसा करने वालों, प्रदर्शनकारियों को उकसाने वालों, भड़काने वालों और बर्बरता करने वालों को सख्‍त सजा दी जाएगी। सीओएएस ने कोर के अधिकारियों को भी संबोधित किया और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए बढ़ते खतरों पर जोर दिया। सीओएएस के हवाले से कहा गया, हम शांति और स्थिरता के अपने प्रयासों को जारी रखेंगे और प्रक्रिया को खराब करने वालों के लिए कोई जगह नहीं होगी।

वहीं, इमरान खान भी पीछे हटने के लिए बिल्कुल भी तैयार नहीं है, क्योंकि जब खान की रिहाई हुई थी तो उन्होंने उस समय सेना के खिलाफ बयान देते हुए साफ धमकी दी थी, जिसमें इमरान ने कहा था कि दोबारा गिरफ्तारी पाक फौज को भारी पड़ सकती है। ऐसे में सेना और इमरान के बीच जारी भीषण तनाव आने वाले दिनों में पाकिस्तान के लिए और भी भयानक साबित हो सकती है।

मालूम हो कि पाकिस्तान की पुलिस और फौज ज्वाइंट आॅपरेशन के तहत अब तक इमरान के पार्टी से जुड़े 3500 लोगों को हिरासत में ले चुकी है। इतना ही नहीं सैकड़ों सैन्य अधिकारियों को उनके परिवार सहित उन्हें सैन्य हिरासत में लिया जा चुका है। वहीं सैकड़ों सैन्य अधिकारियों के देश छोड़ने की भी रिपोर्ट सामने आई है। इस बीच यह भी जानकारी सामने आई है कि पाक फौज के एक जनरल के ईशारे पर मुहम्मद अली जिन्ना का घर जलाया गया था। कुल मिलाकर अब तक की रिपोर्ट यही है कि पाकिस्तान इस समय बारूद के ढेर पर है जो कि किसी भी समय सीरिया जैसा हालात हो सकता है।

इस बीच यह भी खबर है कि शहबाज शरीफ सरकार भी पाक फौज के साथ इस विद्रोह को कुचलने के लिए फौज को खुली छूट दे रखी है। वहीं, पाकिस्तान में जारी भीषण तनातनी के दौरान दुनिया भर के देश बेहद चिंतित दिखाई दे रहे हैं, ये सभी देश पाकिस्तान में मौजूद अपने दूतावास के अधिकारियों को साफ निर्देश भी दे चुके हैं कि वे अत्यंत सावधानी बरते। हालांकि,इस भीषण तनातनी का चीन पर बिल्कुल भी असर नहीं दीख रहा है। यही कारण है कि चीन अब तक बेपरवाह दीख रहा है।

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