एक्सक्लूसिव रिपोर्ट

भारतीय पत्रकारों से चिढ़ा चीन, कई मीडियाकर्मियों को देश छोड़ने का दिया निर्देश, भारत भी हुआ सख्त – हेमंत सिंह (स्पेशल एडिटर)


सांकेतिक तस्वीर।

बीजिंग/नई दिल्ली। दुश्मन इस समय भारतीय पत्रकारों से चिढ़ा हुआ है,यही कारण है कि चीन ने भारतीय पत्रकारों को देश छोड़ने का आदेश दिया है। दरअसल,चीन का आरोप है कि भारत ने भी चीनी पत्रकारों को अपने देश से बाहर निकाला है। इस बीच एक मीडिया समूह ने यह खुलासा किया है कि चीनी अधिकारियों ने बिगड़ते संबंधों के वक्त में दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाले देश से भारतीय मीडिया की उपस्थिति को मिटाते हुए प्रेस ट्रस्ट ऑफ इंडिया के रिपोर्टर को देश छोड़ने का निर्देश दिया है।

बता दे कि इस साल की शुरुआत में भारतीय मीडिया के चार पत्रकार चीन में स्थित थे। इन चारों में से एक के पत्रकार ने इस हफ्ते चीन छोड़ दिया है। जबकि प्रसार भारतीय और एक दूसरे मीडिया संस्थान के दो पत्रकारों का वीजा चीन ने रिन्यू नहीं किया है। वहीं,चीनी विदेश मंत्रालय ने भारतीय पत्रकारों को देश से निकाले जाने पर चुप्पी साध रखी है।दरअसल,हाल हीं में एक मीडिया रिपोर्ट में कहा गया कि भारत और चीन एक-दूसरे के पत्रकारों को बाहर निकाल कर एक-दूसरे की मीडिया पहुंच को मिटा रहे हैं। इसी रिपोर्ट में आगे भी यह भी दावा किया गया है कि भारत ने सरकारी शिन्हुआ न्यूज एजेंसी और चाइना सेंट्रल टेलीविजन के दो पत्रकारों का वीजा रिन्यू नहीं किया है। फिलहाल,चीन के दोनों पत्रकारों ने भारत छोड़ दिया है। इसके साथ ही 1980 के दशक के बाद अब भारत में चीनी सरकारी मीडिया का कोई पत्रकार मौजूद नहीं है।

इस बीच चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता माओ निंग के हवाले से यह बताया गया है कि 2017 से हीं नई दिल्ली चीनी पत्रकारों के साथ अन्याय कर रही है। वहीं,भारत ने भी इस महीने की शुरुआत में कहा था कि चीनी पत्रकार बिना किसी कठिनाई के देश में काम कर रहे हैं,लेकिन चीन में भारतीय पत्रकारों के लिए ऐसा नहीं है। पिछले महीने चीन ने अपने बयान में कहा था कि भारत ने “बिना किसी कारण के” चीनी पत्रकारों के वीजा की वैधता अवधि को एक से तीन महीने के बीच कम कर दिया था। साथ ही, 2020 में नई दिल्ली ने चीनी पत्रकारों के भारत में स्थायी रूप से रहने के आवेदनों को मंजूरी देने से इनकार कर दिया था।

दरअसल,भारतीय पत्रकारो को अपने देश से बेदखल करने का काम पहले चीन ने ही शुरू किया था। पिछले महीने चीन ने प्रसार भारती समेत दो निजी मीडिया संस्थानों के भारतीय पत्रकारों को अपने देश लौटने से रोक दिया था। इसके अलावा एक अन्य प्राइवेट मीडिया संस्थान के पत्रकार के प्रेस क्रेडेंशियल्स को अमान्य कर दिया था। गौरतलब है कि कुछ महीने पहले भारतीय पत्रकारों को रिपोर्टिंग में मदद करने के लिए चीन में सहायक नियुक्त करने को लेकर वीजा विवाद शुरू हुआ था। दरअसल चीन ने एक समय में तीन व्यक्तियों को रोजगार सीमित करने को लेकर नियम लागू किए हैं। वहीं,भारत में काम पर रखने की ऐसी कोई सीमा नहीं है।

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