सांकेतिक तस्वीर।
मॉस्को/विनियस। रूस को चिढ़ाते हुए नाटो ने रूस की सीमा से सटे लिथुआनिया में शिखर सम्मेलन के बाद अब बड़ा हवाई अभ्यास किया है। इस दौरान नाटो ने हवा में दुश्मन की मिसाइलों और लड़ाकू विमानों को मार गिराने का अभ्यास भी किया। इस अभ्यास के दौरान नाटो देशों के लड़ाकू विमानों में हवा में ईंधन भी भरा गया। बता दे कि लिथुआनिया नाटो का सक्रिय सदस्य है। इसकी सीमा बाल्टिक सागर में मौजूद रूसी सैन्य अड्डे कैलिनिनग्राद से मिलती है। कैलिनिनग्राद में रूसी परमाणु मिसाइलों का जखीरा भी है। यहीं पर रूसी नौसेना की उत्तरी फ्लीट का मुख्यालय भी है। जहां से रूस कैलिनिनग्राद से ही पूरे बाल्टिक सागर पर नजर रखता है।
इस बीच नाटो की तरफ से कहा गया है कि उसने सहयोगी देशों के साथ मिलकर इंट्रीग्रेटेड एयर एंड मिसाइल डिफेंस सिस्टम के साथ बाल्टिक सागर क्षेत्र की हवाई अभ्यास किया। इस दौरान इन सिस्टम के काम करने के तरीके की जांच की गई। नाटो ने परीक्षण किया कि कैसे जमीन और हवा में इंट्रीग्रेटेड एयर एंड मिसाइल डिफेंस के कंपोनेंट को एक नेटवर्क में बांधा जा सकता है, जो नाटो हवाई क्षेत्र में सुरक्षा को मजबूत करने में मदद करेंगे। कई देशों ने एस्टोनिया के उमरी और लिथुआनिया के सियाउलिया में नियमित रूप से तैनात बाल्टिक एयर पुलिसिंग लड़ाकू विमानों की मदद के लिए सतह-आधारित वायु और मिसाइल रक्षा सिस्टम को तैनात करने की पेशकश की है। वहीं,नाटो के इस हरकत को लेकर क्रेमलिन की तरफ से अभी तक कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है।