सांकेतिक तस्वीर।
मॉस्को। रूस-यूक्रेन के बीच जारी भीषण जंग बहुत जल्द अब तीसरे विश्वयुद्ध में बदलने वाली है। क्योंकि,इस साल जून में जैसे ही रूस ने अपने घातक परमाणु हथियारों की तैनाती बेलारूस में किया,बेलारूस नाटों के खिलाफ लगातार आक्रामक दीख रहा है। इतना ही नहीं बेलारूस ने नाटों के कई सदस्य देशों के साथ पोलैंड के बार्डर पर अपनी फौजी हलचल बढ़ा दिया है,इसी कड़ी में रूस ने भी ब्लैक सी में अपनी भारी सैन्य तैनाती बढ़ा दी है। जिससे तनाव चरम पर पहुंच चुका है। जो कि साफ संकेत है तीसरे विश्व युद्ध की।
दरअसल,जबसे रूस-यूक्रेन के बीच जंग छिड़ा हुआ है,उसके बाद से हीं अमेरिका और ब्रिटेन के शह पर नाटों यूक्रेन को लगातार सैन्य सहायता उपलब्ध कराता रहा है। इतना ही नहीं इस दौरान कई यूक्रेन की तरफ से उकसावें वाली कार्यवाही भी की गई, जिससे क्रेमलिन का पारा अब सातवें आसमान पर चढ़ गया है। बता दे कि इस दौरान रूस की तरफ से कई बार नाटों को खुली चेतावनी भी दी गई, लेकिन नाटों रूका नहीं और यूक्रेन को लगातार सैन्य मदद पहुंचाता रहा।
बता दे कि यूक्रेन को यह सैन्य मदद पोलैंड और अन्य नाटों सदस्य देशों के रास्ते मिलती रही, इतना ही नहीं इस दौरान ब्लैक सी का भी जमकर इस्तेमाल किया गया। हालांकि, ब्लैक सी में रूस पहले से ही सतर्क था, यही कारण है कि इस रास्ते में आने वाले तमाम जहाजों को रूस ने नाटों के हथियारों के साथ सीज कर दिया। लेकिन पोलैंड और अन्य नाटों सदस्य देशों के माध्यम से यूक्रेन को दी जाने वाली सैन्य मदद को रूस सीधे तौर पर रोकने में अब तक विफल रहा।
यही कारण है कि रूस ने अब अपने जंगी रणनीति में बड़ा बदलाव करते हुए बेलारूस में परमाणु हथियारों की बड़ी खेप तैनात कर दिया। जहां अब बेलारूस पोलैंड के बार्डर पर अपनी फौजी हलचल बढ़ा दिया। जो कि साफ संकेत है कि बेलारूस अब किसी भी समय नाटों सदस्य देशों पर हमला कर सकता है। हालांकि, नाटों भी अब आक्रामक दीख रहा है, क्योंकि बेलारूस के आर्मी ड्रिल को काउंटर के रूप में पोलैंड ने भी शक्ति प्रदर्शन किया है।
इन सभी घटनाक्रमों के विश्लेषण से अब यह पूरी तरह से साफ हो चुका है, अब रूस रूकने वाला नहीं है। अब यहां बताने की जरूरत नहीं है कि रूस का यह कदम पूरी दुनिया के लिए कितना विनाशकारी साबित होगा। क्योंकि,बेलारूस की हरकतों ने पूरी दुनिया को साफ संकेत दे दिया है कि क्रेमलिन का इशारा मिलते ही बेलारूस तुरंत हमला करेगा। उधर, चीन भी तैयार बैठा है। ऐसे में नाटों या तो सरेंडर करे या तीसरे विश्वयुद्ध की आग को भढ़कायें। क्योंकि, रूस अब रूकेगा नहीं।