सांकेतिक तस्वीर।
काबुल। अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में स्थित पाकिस्तानी दूतावास पर भीषण हमला होने की रिपोर्ट सामने आ रही है। इस दौरान दूतावास में तैनात एक गार्ड के गंभीर रूप से घायल होने की भी खबर है। हुआ है। वहीं,तालिबान ने दावा किया है कि दूतावास के पास मौजूद इमारत से फायरिंग की गई थी। हालांकि,हमले के बाद तालिबान के लड़ाकों ने दूतावास को कवर कर लिया है। फिलहाल,अभी तक किसी भी हमलावर को पकड़ा नहीं जा सका है।
उधर,इस घटना की जानकारी सामने आते हीं पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने पाकिस्तानी दूतावास पर हुए हमले की निंदा की है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि मैं पाकिस्तानी मिशन के प्रमुख पर काबुल में कायराना हमले की निंदा करता हूं। मैं उनकी जान बचाने के लिए गोली खाने वाले बहादुर सुरक्षा गार्ड को सलाम करता हूं। सुरक्षा गार्ड के जल्द से जल्द स्वस्थ होने की कामना है। मैं इस जघन्य कृत्य को अंजाम देने वाले अपराधियों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की मांग करता हूं। हालांकि, पाकिस्तानी विदेश कार्यालय ने इस हमले से जुड़ा कोई अपडेट अभी तक जारी नहीं किया है।वहीं,कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में यह दावा किया जा रहा है कि पाक सरकार काबुल के दूतावास से अपने कुछ कर्मचारियों को निकालने की योजना बना रही है। इसमें मिशन प्रमुख उबैद निजामनी और घायल एसएसजी गार्ड भी शामिल हैं। बता दे कि एसएसजी गार्ड को हमले में तीन गोलियां लगी हैं।
दरअसल,पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच तनातनी बढ़ती ही जा रही है,इसके कई कारण है,जिसमें डूरंड लाईन के अलावा अमेरिका के वे सैन्य आॅपरेशन जिनमें पाकिस्तान लगातार सहयोगी बना हुआ है। इतना ही नहीं इसी साल संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित करते हुए शहबाज शरीफ ने अफगानिस्तान को आतंकवादियों का अड्डा बताया था। उन्होंने कहा था कि अफगानिस्तान की स्थिति के कारण पाकिस्तान में आतंकवादी घटनाएं बढ़ रही हैं। ऐसे में अब तस्वीर साफ होती दीख रही है कि पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच अब पहले जैसी सामान्य स्थिति नहीं रह गयी है।