फ्रांस में शुक्रवार दोपहर एक महिला पुलिस अफसर की गला काटकर हत्या कर दी गई। घटना के बाद पेरिस की सभी सीमाएं सील कर दी गईं हैं। आतंकी हमले के कुछ ही देर में एंटी टेररिस्ट यूनिट ने आतंकी को घेर कर मार गिराया। यूनिट को शक है कि इस आतंकी के कुछ और साथी भी हमले में शामिल थे। उनकी तलाशी के लिए ऑपरेशन जारी है।
पेरिस में बीते दो साल में 5 बार इस तरह के हमले हुए हैं। दूसरी बार किसी पुलिस अफसर को निशाना बनाया गया है। प्रधानमंत्री जीन कास्टेक्स ने इसे सीधे तौर पर आतंकी हमला करार दिया है।
अब और सख्त कदम उठाएंगे
फ्रांस में कट्टरपंथी इस्लामी तत्वों पर लगाम कसने के लिए कई सख्त कदम उठाए गए हैं। कास्टेक्स ने कहा- आप यह तय मानकर चलिए कि इस तरह की घटनाओं से हम हार मानने वाले नहीं हैं। हम बेहद सख्ती से इन लोगों से निपटने तैयार हैं।
एंटी टेरर प्रॉसीक्यूटर जीन फ्रेंकोइस ने कहा कि यह बहुत घृणित घटना है। हम उन लोगों के सबक सिखाएंगे, जो इस काम में शामिल हैं। हमलावर ने अफसर को मारने से पहले नारे भी लगाए थे। फ्रांस के राष्ट्रपति एमैनुएल मैक्रों ने इस घटना के बाद कहा कि हम आतंकवाद के आगे घुटने नहीं टेकेंगे। अब और सख्ती से निपटा जाएगा।
आतंकवादी की पहचान उजागर नहीं
फ्रांस की एजेंसियों ने अब तक इस आतंकी की पहचान उजागर नहीं की है। हाल ही में पाकिस्तान में फ्रांस को लेकर काफी गुस्सा देखा गया था। पिछले 10 दिनों से वहां हिंसा जारी है। करीब 12 लोगों की मौत हो चुकी है और 800 से ज्यादा घायल हैं। पाकिस्तान का कट्टरपंथी संगठन तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान फ्रांस के राजदूत को वापस भेजने की मांग कर रहा है। सरकार इस पर संसद में बहस का प्रस्ताव ला चुकी है।