एक्सक्लूसिव रिपोर्ट

दुबई की राजकुमारियों की भी हुई जासूसी, खुलासे से मचा हड़कंप – राकेश पांडेय (स्पेशल एडिटर)

दुबई (Dubai) की दो राजकुमारियों के फोन नंबर भी पेगासस (Pegasus) नामक फोन हैकिंग स्पाइवेयर की जासूसी लिस्ट में मिले हैं. एक जांच के दौरान इन दोनों नंबरों के सूची में होने का पता चला. दुबई के शासक की बेटी प्रिंसेस लतीफा (Princess Latifa) और उनकी पूर्व पत्नी प्रिंसेस हया बिन्त अल-हुसैन (Haya Bint al-Hussain) का नंबर सूची में शामिल था. फरवरी के मध्य में बीबीसी ने एक वीडियो ब्रॉडकास्ट किया जिसमें प्रिंसेस लतीफा ने कहा कि उन्हें बंधक बनाकर रखा गया और उन्हें अपनी जान का खतरा ह. जबकि प्रिंसेस हया 2019 में जान को खतरा बताते हुए दुबई से भाग गईं.
वहीं, संयुक्त अरब अमीरात (UAE) ने दोनों ही राजकुमारियों के आरोपों को खारिज कर दिया था. इन दोनों ही प्रिंसेस के फोन नंबर इजरायली स्थित कंपनी NSO ग्रुप के ग्राहकों द्वारा प्रदान करवाए गए नंबरों की सूची में हैं. माना जा रहा है कि इस सूची में 50000 लोगों के नंबर शामिल हैं. इस लिस्ट को कई प्रमुख न्यूज आउटलेट को लीक किया गया. सूची में राजकुमारियों और उनके कुछ परिचितों के फोन नंबरों का पता लगना इस सवाल को उठाता है कि क्या वे समूह के सरकारी ग्राहक के संभावित टार्गेट थे. मानवाधिकार संगठन एमनेस्टी इंटरनेशनल ने एक बयान जारी कर आरोप लगाया है कि यह खोज NSO ग्रुप को मानव अधिकारों के उल्लंघन की सूची में शामिल करती है.

बिना फैक्ट्स के छापी गईं रिपोर्ट्स: NSO
दूसरी ओर, NSO ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को नकार दिया है. इसने कहा है कि सॉफ्टवेयर अपराधियों और आतंकवादियों के खिलाफ उपयोग के लिए है और इसे केवल अच्छे मानवाधिकार रिकॉर्ड वाले सैन्य, कानून प्रवर्तन और खुफिया एजेंसियों के लिए उपलब्ध कराया गया है. NSO ने एक बयान में कहा, ‘फॉरबिडन स्टोरीज’ की रिपोर्ट गलत धारणाओं और अपुष्ट सिद्धांतों से भरी हुई है, जो स्रोतों की विश्वसनीयता और हितों के बारे में गंभीर संदेह पैदा करती है. ऐसा लगता है कि ‘अज्ञात स्रोतों’ ने ऐसी जानकारी दी है जिसका कोई तथ्यात्मक आधार नहीं है और जो वास्तविकता से बहुत दूर हैं. इसने कहा कि हम उनकी रिपोर्ट में लगाए गए झूठे आरोपों का खंडन करते हैं.

प्रिंसेस लतीफा के विला वाली जेल में बंद होने की खबरें
बता दें कि प्रिंसेस लतीफा ने इस साल बीबीसी को बताया कि दुबई से भागने की कोशिश के बाद उनका अपहरण कर लिया गया और उन्हें जेल में डाल दिया गया. उसने कहा कि संयुक्त अरब अमीरात से भागने और 2018 में हिंद महासागर में एक नाव पर सवार होने के बाद उन्हें एक नाव पर गिरफ्तार कर लिया गया और वापस दुबई ले जाया गया. उन्होंने कहा कि दुबई पहुंचने पर उन्हें एक विला वाली जेल में बंद कर दिया गया. इस मामले के सामने आने के बाद अंतरराष्ट्रीय रोष देखने को मिला था. जब संयुक्त राष्ट्र ने प्रिंसेस के जिंदा होने के सबूत मांगे तो दुबई के शाही परिवार ने कहा कि उनका घर पर देखभाल किया जा रहा है.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *