वाशिंगटन। अमेरिका ने बेलारूस की उस कार्रवाई पर सख्त रुख इख्तियार कर लिया है जिसमें एक लिथुवानिया जा रहे विमान को जबरन राजधानी मिंस्क में उतारा गया था। बेलारूस की इस कार्रवाई पर सख्त नाराजगी जताते हुए अमेरिका ने बेलारूस पर ट्रैवल बैन तक लगा दिया है। बुधवार को अमेरिका के ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट की तरफ से जारी के अंतिम आदेश में कहा गया है कि बेलारूस और अमेरिका के बीच आवाजाही को प्रतिबंधित कर दिया गया है। आदेश में उस घटना का जिक्र किया गया है जो पूर्व में घटी थी।
अमेरिका द्वारा जारी आदेश में सभी एयरलाइंस से ये कहा गया है कि वो दोनों ही तरफ से यात्रियों को टिकट की बिक्री न करें। इस आदेश में ये भी कहा गया है कि ये ट्रैवल बैन मानवीय आधार पर भेजी या आने वाले विमानों और राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर लागू नहीं होगा। ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट की तरफ से कहा गया है कि उन्होंने बेलारूस की कार्रवाई के बाद दोनों देशों के बीच ट्रैवल बैन का प्रस्ताव पिछले सप्ताह रखा था। इस संबंध में उन्हें बेलारूस से भी किसी तरह का कोई विरोध देखने को नहीं मिला। इसलिए अमेरिका और बेलारूस के बीच सभी तरह आवाजाही को प्रतिबंधित किया गया है। अब कोई भी सीधी फ्लाइट बेलारूस और अमेरिका के बीच में उड़ान नहीं भर सकेगी।
गौरतलब है कि बेलारूस ने पिछले माह रेयानएयर के एक विमान जबरन मिंस्क में उतारा था। ये विमान एथेंस से लिथुवानिया जा रहा था। इस विमान में बेलारूस के राजनेता और एक पत्रकार रेमन प्रतासेविच सफर कर रहे थे। उन्हें विमान के उतरने पर गिरफ्तार कर लिया गया था। रेमन बेलारूस के राष्ट्रपति के घोर आलोचक और विरोधी हैं। वे बेलारूस में ही पैदा हुए थे लेकिन बाद में वो बेलारूस में चल रही दमनकारी नीतियों के चलते लिथुवानिया चले गए थे। माना जा रहा है कि बेलारूस में उन्हें 15 वर्ष की सजा हो सकती है। अमेरिका ने इस मामले की जांच करने की अपील की है। आपको बता दें कि बेलारूस द्वारा उठाए गए इस कदम की विश्व के कई दूसरे देशों ने भी निंदा की है। इतना ही नहीं संयुक्त राष्ट्र ने भी इस संबंध में बेलारूस से नाराजगी व्यक्त की है और गिरफ्तार पत्रकार और राजनेता को तुरंत रिहा करने की मांग की है।