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नागपुर/नई दिल्ली। काफी समय से आतंकियों के निशाने पर रहा RSS हेडक्वार्टर्स नागपुर एक बार फिर आतंकियों के निशाने पर है,दावा किया जा रहा है कि जम्मू-कश्मीर के अवंतीपुरा जिले का निवासी रईस शेख (30) महाराष्ट्र के नागपुर स्थित RSS हेडक्वार्टर्स का रेकी करने के मकसद से 13 जुलाई को वह नागपुर के दौरे पर आया था। जहां इसने 14 जुलाई को महल क्षेत्र में उस इलाके का दौरा किया जहां आरएसएस का मुख्यालय स्थित है,लेकिन वहां पुलिस की भारी तैनाती देखकर वह वहां से चुपचाप चला गया।
फिर बाद में वह डॉ. हेडगेवार स्मृति भवन गया और इलाके का एक छोटा वीडियो बनाया। उन्होंने बताया कि शेख ने इस वीडियो को वह पाकिस्तान में अपने हैंडलर को भेजा,लेकिन वे क्लिप की गुणवत्ता से संतुष्ट नहीं थे। उन्होंने कहा कि वह व्यक्ति अगले दिन श्रीनगर वापस चला गया।
वहीं,इस कड़ी में नागपुर के पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार ने बीते शुक्रवार को मीडिया से बातचीत में साफ किया कि पुलिस को हाल में सूचना मिली थी कि कुछ महीने पहले आंतकी संगठन “जैश” के सदस्यों द्वारा कुछ ‘महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों’ की ‘रेकी’ की गई थी। इस मामले में कुछ अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ मामला भी दर्ज कर लिया गया है। लेकिन नागपुर पुलिस कमिश्नर ने इस बातचीत में RSS हेडक्वार्टर्स का जिक्र नहीं किया।
हालांकि,नागपुर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ मुख्यालय में शुक्रवार को हाई अलर्ट जारी कर दिया गया और शहर की पुलिस ने मुख्यालय के पास ड्रोन उड़ाने पर भी प्रतिबंध लगा दिया है।
गौरतलब है कि कश्मीर में हाल ही में पाकिस्तान स्थित जैश-ए-मोहम्मद आतंकी समूह से जुड़े एक आतंकवादी की गिरफ्तारी के बाद अलर्ट जारी किया गया था, जिसने पूछताछ के दौरान समूह के कुछ सदस्यों द्वारा नागपुर में इमारतें की टोह लेने की बात कही थी। नागपुर के पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार ने आतंकवादी जो एक स्थानीय कश्मीरी है, उसे पुलिस हिरासत में लेने की पुष्टि किया है।
इस दौरान कुमार ने आगे यह भी साफ किया कि आरएसएस मुख्यालय और रेशमबाग में हेडगेवार भवन,दोनों जगहों पर अतिरिक्त सुरक्षा बढ़ा दी गई है। उन्होंने कहा कि इलाके और उसके आसपास 24 घंटे सुरक्षा व्यवस्था है। उन्होंने कहा कि इन प्रतिष्ठानों के आसपास के सभी वाहनों और व्यक्तियों की पूरी तरह से जांच की जा रही है, लेकिन यह कहते हुए अधिक विवरण देने से इनकार कर दिया कि मामला ‘संवेदनशील’ है।