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श्रीनगर। सुरक्षाबलों को भारत सरकार की तरफ से पूरी छूट मिलने के बाद भी घाटी में आतंकी किस कदर अपने हरकतों को अंजाम दे रहे हैं ? इसका ताजा उदाहरण देखिये कि “लश्कर-ए-इस्लाम” नाम के आतंकी संगठन ने जम्मू कश्मीर में रह रहे कश्मीरी पंडितों को साफ लहजे में धमकाते हुए कहा कि कश्मीरी पंडित घाटी छोड़ दें। बता दे कि पुलवामा के हवाल ट्रांजिट आवास में रह रहे कश्मीरी पंडितों के नाम जारी पत्र में इस आतंकी संगठन ने लिखा है कि सभी मौत का सामना करने के लिए तैयार रहो। पत्र में यह भी लिखा गया है कि कश्मीरी पंडितों के लिए यहां कोई जगह नहीं है, जो चाहते हैं कि कश्मीरी मुसलमानों को मारकर कश्मीर में एक और इजराइल हो। इतना ही नहीं इस पत्र में आगे यह भी लिखा गया है कि सभी प्रवासी और आरएसएस का एजेंट बनना छोड़ दो या मौत का सामना करने के लिए तैयार रहो।
इसी में आगे यह भी लिखा गया है कि ऐसे कश्मीरी पंडित जो कश्मीर में एक और इजरायल चाहते हैं और कश्मीरी मुस्लिमों को मारना चाहते हैं,उनके लिए यहां कोई जगह नहीं है। अपनी सुरक्षा दोहरी या तिहरी कर लो,टारगेट किलिंग के लिए तैयार रहो। तुम मरोगे।
बताते चले इस आतंकी संगठन द्वारा यह धमकी भरा पत्र ऐसे समय में जारी किया गया है जब हाल ही में आतंकियों ने राहुल भट्ट (कश्मीरी पंडित) नाम के एक राजस्व अधिकारी की हत्या कर दिया था।
इसके पहले राहुल भट्ट की हत्या के बाद युवा कश्मीरी पंडितों ने केंद्र से हथियार व कश्मीरी पंडितों की एक सशस्त्र बटालियन बनाने की मांग कर चुके हैं,चूंकि अब कश्मीरी पंडित इन आतंकियों की हरकतों से इतना उब चुके हैं कि ये खुद इन आतंकियों को सबक सिखाना चाह रहे हैं। अब ऐसे में कश्मीरी पंडितों की मांग को केंद्र सरकार कितनी गंभीरता से लेती है ? यह तो आने वाला वक्त ही बतायेगा,लेकिन एक बात तो अब साफ हो चुकी है कि युवा कश्मीरी पंडित अब रूकने वाले नहीं है,आर-पार के मूड में है।