स्पेशल रिपोर्ट

कोविड महामारी के संबंध में चीन की तमाम काली करतूतों की पर्दाफाश करने वाली चीन की महिला पत्रकार पिछले एक साल से है चीन की जेल में, महिनों से है भूख हड़ताल पर, खतरें में है जीवन – नित्यानंद दूबे (स्पेशल एडिटर)


चीनी फौज (फाईल फोटो)

बीजिंग। चीन की काली करतूतों का पर्दाफाश करने वाली चीन की महिला पत्रकार झांग झैन पिछले एक साल से चीन की जेल में कैद है जिनकी रिहाई के लिए वैश्विक स्तर पर तमाम कोशिशें जारी है इसी दौरान रिपोर्टर्स विदाउट बॉर्डर्स संस्था ने उन्हें इस साल के प्रेस फ्रीडम अवॉर्ड से नवाजा है। बताया जा रहा है कि अगर झांग की तुरंत रिहाई नहीं की गई तो जेल में उनकी मौत भी हो सकती है,फिलहाल झांग झैन की रिहाई के लिए चीन पर अब अंतरराष्ट्रीय दबाव बढ़ना शुरु हो गया है। झांग के बारे में एक और रिपोर्ट सामने आई है जिसमें कहा गया है कि झांग काफी दिनों से लगातार भूख हड़ताल पर है। जिससे उनकी जिंदगी खतरे में पड़ गई है।

उल्लेखनीय है कि पिछले साल वुहान में कोविड महामारी के बारे में यूट्यूब पर उन्होंनें दर्जनों वीडियो पोस्ट किया था। जिसके बाद हीं झांग को मई 2020 में गिरफ्तार कर लिया गया था, तब से झांग लगातार जेल में हीं है, इसी दौरान दिसंबर 2020 में ही चीनी अदालत ने उन्हें “विवाद भड़काने और परेशानी खड़ा करने” के आरोप में चार साल की सजा सुनाई है, चीन में पत्रकारों और सामाजिक कार्यकर्ताओं के खिलाफ यह आरोप कभी भी लगा दिया जाता है और तो और इस तरह के मामलों में चार्जशीट भी समय से पहले दाखिल कर दिया जाता है।
मानवाधिकार उल्लंघन की बात की जाये तो चीन किसी से कम नहीं है, चीन में सिर्फ और सिर्फ सरकार की हीं चलती है यदि किसी पत्रकार,बुध्दिजीवी अथवा किसी सामाजिक कार्यकर्ता ने सरकार के विरोध में आवाज उठाया तो उसे जेल या मौत मिलने में देर नहीं लगेगी। सैकड़ों लोग जेलों में आज भी बंद है कितने मार दिये गए, कोई फर्क नहीं है चीनी सरकार को।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *