सांकेतिक तस्वीर।
मुंबई। एक तरफ दुनिया रूस-यूक्रेन जंग के साथ चीन- ताइवान के बीच जारी भीषण तनातनी को झेल रही है तो वहीं दूसरी तरफ भारत के महाराष्ट्र राज्य के रायगढ़ जिले के समुद्री तट पर घातक हथियारों से लैश एक संदिग्ध बोट मिली है,जहां तलाशी के दौरान बोट से तीन AK-47 और भारी मात्रा में बुलेट्स भी बरामद हुए हैं। इसी बीच भारतीय ऐजेंसियों को इसी तट से करीब 32 किलोमीटर दूर भारदखोल में एक लाइफ बोट भी मिली,जिसके बाद भारतीय ऐजेंसियों के कान खड़े हों गए।
बताया जा रहा है कि राज्य की पुलिस ने इस बोट को रस्सी के सहारे किनारे खींचा और फिर इसकी तलाशी ली गई, जिसमें काले रंग के बॉक्स में तीन AK-47 और गोलियां थीं। बता दे कि जिस बॉक्स में हथियार रखे हुए थे,उस पर अंग्रेजी में “नेप्च्यून मैरिटाइम सिक्योरिटी” लिखा हुआ है और यह कंपनी ब्रिटेन की है।
इधर, मामले पर महाराष्ट्र के डिप्टी CM और इंडियन कॉस्ट गार्ड का भी बयान सामने आया है, जिसमें फिलहाल आतंकी साजिश जैसी कोई बात सामने नहीं आई है। हालांकि सुरक्षा के लिहाज से NIA और ATS की टीम मामले की बेहद गंभीरता जांच कर रही है।
इसी क्रम में महाराष्ट्र के डिप्टी CM देवेंद्र फडणवीस ने इस घटना की जानकारी साझा करते हुए खुलासा किया कि राज्य के रायगढ़ जिले के श्रीवर्धन तालुका में 1 बोट मिली है। उसमें तीन AK-47 राइफल बरामद हुई हैं। उसके साथ उसका एम्युनेशन और बोर्ड के कुछ कागजात पाए गए हैं। बोट का नाम लेडी हान है और इसकी मालकिन एक ऑस्ट्रेलियाई महिला हाना लॉन्डर्सगन हैं। उनके पति जेम्स होबर्ट बोट के कप्तान हैं।
राज्य के डिप्टी CM ने इसी कड़ी में आगे भी कहा कि यह बोट मस्कट से यूरोप जा रही थी। जो कि 26 जून 2022 को इस बोट का इंजन खराब हुआ और इस बोट में मौजूद लोगों ने डिस्ट्रेस कॉल किया। जहां कोरियन नेवी की शिप ने इन लोगों को रेस्क्यू किया था। रेस्क्यू करने के बाद इन लोगों को ओमान के हवाले कर दिया गया था।
लेकिन हाई टाइड की वजह से यह बोट रायगढ़ तट पर पहुंची लेकिन हाई टाइड होने के कारण इस बोट की टोइंग नहीं की जा सकी और यह तैरते हुए श्रीवर्धन के समुद्री तट पर पहुंच गई। जहां इंडियन कोस्ट गार्ड ने भी इसकी पुष्टि की है। वहीं संदिग्ध बोट की बरामदगी के बाद सुरक्षाबलों को भी हाई अलर्ट पर रखा गया है। फिलहाल, संबंधित ऐजेंसियां अभी जांच में जुटी हुई है।
उधर,इंडियन कोस्ट गार्ड के कमांडर जनरल परमेश शिवमणी के हवाले से यह दावा किया गया है कि बोट के मालिक से बातचीत की गई है। जिस संबंध में दुबई की एक सिक्योरिटी एजेंसी ने भी इंडियन कोस्ट गार्ड को फोन पर बताया कि इस सीरीज के हथियार उनके हैं और यह गायब हैं। इस एजेंसी ने साफ कर दिया है कि यह हथियार और बोट पर मौजूद क्रू मेंबर्स की हिफाजत के लिए रखे गए थे।
इधर,महाराष्ट्र पुलिस ने भी इस घटना के पीछे आतंकी साजिश से इनकार नहीं किया है। स्थानीय लोगों से पूछताछ की जा रही है। इसके साथ ही पूरे रायगढ़ जिले को हाई अलर्ट पर रखा गया है। साथ ही समुद्र किनारे के सभी इलाकों की नाकेबंदी कर दी गई है। मौके पर एंटी टेरर स्क्वॉड ( ATS) भी पहुंच गई है। तो वहीं ATS चीफ विनीत अग्रवाल ने भी साफ कर दिया है कि ये आतंकी साजिश भी हो सकती है। बोट दूसरे देश की है या नहीं और इसका मकसद क्या था ? हम इसकी भी जांच करेंगे।
दरअसल,रायगढ़ के तट पर पहले भी संदिग्ध गतिविधियां होती रहीं हैं। कहा जाता है कि 1993 ब्लास्ट से पहले अंडरवर्ल्ड डॉन दाउद इब्राहिम के निर्देश पर यहीं के शेखाडी तट पर ब्लास्ट में इस्तेमाल किए गए RDX उतारे गए थे। और 26/11 में भी कसाब समेत 10 आतंकी रायगढ़ के समुद्र को क्रॉस करके मुंबई पहुंचे थे। यह भी थ्योरी सामने आई थी कि कसाब और उसके साथी आतंकी भी यहीं अपनी एक नाव बदले थे। ऐसे में भारतीय ऐजेंसियां बेहद सतर्कता के साथ पूरे घटनाक्रम की जांच कर रही है।