एक्सक्लूसिव रिपोर्ट

उत्तर कोरिया की तरफ से बार-बार उकसावें की कार्यवाही के चलते अमेरिकी नौसेना हुई अलर्ट, उत्तर कोरिया के खिलाफ समुद्र में बढ़ाई तैनाती – हेमंत सिंह/नित्यानंद दूबे


उत्तर कोरिया के खिलाफ ज्वाइंट ड्रिल से वापस लौटते हुए जापानी युद्ध पोत व पनडुब्बीयां,फोटो साभार -(US नेवल इंसटीट्यूट के ट्वीटर से)

सियोल/टोक्यो। दुनिया में जारी भीषण जंगी तनातनी के बीच उत्तर कोरिया भी इस तनाव का हिस्सा बनता नजर आ रहा है। क्योंकि,उत्तर कोरिया ने बीते दो हफ्ते में सातवीं बार जापान की ओर बैलिस्टिक मिसाइल दाग कर क्षेत्र में तनाव पहले से कही अधिक बढ़ा दिया है। जिस वजह से जापान के प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से देश में इमरजेंसी अलर्ट जारी कर दिया गया है। वहीं,दक्षिण कोरिया के ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ ने भी कहा कि प्योंगयांग ने रविवार तड़के दक्षिण-पूर्वी तटीय शहर मुंचन से दो मिसाइलें दागी है।

अमेरिकी युद्धपोत, फोटो साभार – US नेवल इंसटीट्यूट के ट्वीटर एकाउंट से

बता दे कि जापानी सरकार ने कहा कि उत्तर कोरिया ने बैलिस्टिक मिसाइलों को दागा था। जापान के रक्षा राज्य मंत्री तोशीरो इनो ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि दो मिसाइलें 100 किमी (60 मील) की ऊंचाई तक पहुंच गईं और 350 किमी (217 मील) की दूरी तय की। उन्होंने आगे भी कहा कि दोनों जापान के विशेष आर्थिक क्षेत्र के बाहर गिर गए और अधिकारी इस बात पर गौर कर रहे थे कि किस तरह की मिसाइलें लॉन्च की गईं, जिसमें संभावना है कि वे पनडुब्बी से लॉन्च की गई बैलिस्टिक मिसाइल थीं।

इस बीच दक्षिण कोरिया की सेना ने इन प्रक्षेपणों की “गंभीर उकसावे” के रूप में निंदा की, जिसने शांति को कम कर दिया, यह देखते हुए कि वे संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों का “स्पष्ट उल्लंघन” थे. यूएस इंडो-पैसिफिक कमांड ने एक बयान में कहा कि वह अपने सहयोगियों और भागीदारों के साथ स्थिति पर चर्चा कर रहा था और उत्तर कोरिया के परमाणु हथियारों और बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रमों के “अस्थिर प्रभाव” पर प्रकाश डाला है। इसी के साथ दक्षिण कोरिया और जापान की रक्षा के लिए अमेरिका की प्रतिबद्धता “परेशान” बनी हुई है।

वहीं,शनिवार को उत्तर कोरिया के रक्षा मंत्रालय के हवाले से यह बताया गया है कि उसके हालिया मिसाइल परीक्षण उसके प्रतिद्वंद्वियों द्वारा सैन्य अभ्यास के लिए एक “सही प्रतिक्रिया” थी। इतना ही नहीं इसी कड़ी उत्तर कोरिया ने राज्य मीडिया केसीएनए ने विमानन प्रशासन के प्रवक्ता का हवाला देते हुए यह भी कहा कि हमारे देश की सुरक्षा और क्षेत्रीय शांति को सीधे अमेरिकी सैन्य खतरों से बचाने के लिए हमारे मिसाइल परीक्षण एक सामान्य, नियोजित आत्मरक्षा उपाय है। उत्तर कोरिया ने यह भी तर्क दिया है कि उसे अमेरिका की “शत्रुता” और आत्मरक्षा के लिए आवश्यक जवाब में परमाणु हथियार कार्यक्रम को आगे बढ़ाने के लिए मजबूर किया गया था। हालांकि, अमेरिका और दक्षिण कोरियाई अधिकारियों ने बार-बार कहा है कि उनका उत्तर कोरिया पर हमला करने का कोई इरादा नहीं है। फिलहाल, उत्तर कोरिया की तरफ से बार-बार उकसावें की कार्यवाही को देखते हुए अमेरिका, जापान सहित दक्षिण कोरिया एकदम फुल अलर्ट पर है, इतना ही नहीं भारी संख्या ज्वाइंट नेवल शिप भी बेहद घातक मिसाइलों से लैस होकर समुद्र में लगातार पेट्रोलिंग कर रहे हैं। पनडुब्बीयों के भी तैनाती की रिपोर्ट है। यही वजह है कि उत्तर कोरिया अपने टेस्ट को काउंटर के रूप में दुनिया के सामने पेश कर रहा है।

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