अमेरिकी वाॅरशिप,सांकेतिक तस्वीर,फोटो साभार-(यूएस के फ्लीट फोर्स के ट्वीटर से)
बीजिंग/वाशिंग्टन। चीन की ताइवान के साथ जारी भीषण जंगी तनातनी के बीच अब दक्षिण सागर में अमेरिका और चीन की सेनाओं के बीच तनातनी बढ़ने की रिपोर्ट सामने आई है। जहां चीन ने आरोप लगाया है कि अमेरिका के एक वॉरशिप ने समुद्री सीमा का उल्लंघन करते हुए बिना इजाजत उसके इलाके में अवैध घुसपैठ करने की कोशिश की है। वहीं अमेरिका ने बयान जारी करते हुए चीन के इस दावें को खारिज कर दिया है।
दरअसल,चीनी सेना की तरफ से जारी एक बयान में दावा किया गया कि अमेरिका के गाइडेड मिसाइल क्रूजर ने अवैध तरीके से चीन की समुद्री सीमा में घुसपैठ की है। और यह घटना नांशा आइलैंड के पास हुई है। इसके बाद यूएस नेवी की तरफ से भी एक बयान जारी किया गया, जिसमें कहा गया कि पीएलए के दावे झूठे हैं,इतना हीं नहीं अमेरिकी नेवी ने अपने बयान में आगे भी कहा कि ये पहला मौका नहीं है जब पीएलए की तरफ से अमेरिकी नौसेना पर ऐसे आरोप लगाए गए हों, पहले भी हमें बेवजह बदनाम करने की कोशिश की गई है।
बता दे कि चीन की पीएलए के हवाले से यह बताया गया कि अमेरिकी क्रूज की समुद्री घुसपैठ के बाद चीनी वायुसेना और नौसेना ने उसे चेतावनी दी और उसका पीछा भी किया। आखिरकार इस वॉर क्रूज को सीमा से खदेड़ दिया गया।
पीएलए ने आगे भी बताया कि अमेरिकी नौसेना की ये कार्रवाई चीन की संप्रभुता और सुरक्षा का गंभीर रूप से उल्लंघन करती है। इस बीच चीन ने यह भी आरोप लगाया कि अमेरिका दक्षिण चीन सागर का सैन्यीकरण करने की कोशिश कर रहा है।
गौरतलब है कि चीन-ताइवान के बीच जारी भीषण जंगी तनातनी के दौरान अमेरिकी पनडुब्बीयां और वाॅरशिप की चीनी इलाकों में अक्सर मौजूदगी की रिपोर्ट सामने आती रही है। जहां इस दौरान आंशिक तनाव भी होते रहे हैं। हालांकि,अमेरिका इन आरोपों को हमेशा खारिज करता रहा है।