एक्सक्लूसिव रिपोर्ट

तवांग झड़प के बाद बेहद चौंकाने वाली रिपोर्ट आई सामने, घटनास्थल पर भारी पैमाने में दुश्मन के बैग व अन्य उपकरण किये गये बरामद – गौरव बरनवाल (डिप्टी एडिटर)


राफेल लड़ाकूं विमान, फाईल फोटो,साभार-(इंडियन एअर फोर्स के ट्वीटर से)

तवांग। बीते 9 दिसंबर को अरूणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में दुश्मन के साथ भारतीय सैनिकों की हुई झड़प में बेहद चौंकाने वाली रिपोर्ट सामने आ रही है। दावा है कि भारतीय सैनिकों ने झड़प वाली जगह से भारी पैमाने में चीनी सैनिकों के स्लीपिंग बैग और अन्य उपकरण बरामद किया है।

दरअसल,तवांग के यांग्त्से में बीते 9 दिसंबर को 600 चीनी सैनिकों ने जैसे ही टेम्परेरी वॉल पर लगी तारबंदी को तोड़कर भारतीय सीमा में घुसने की कोशिश की, जहां मुस्तैद भारतीय सैनिकों ने मुंहतोड़ जवाब दिया और उन्हें खदेड़ दिया था।

वहीं,इस बीच, भारतीय वायुसेना LAC पर 15-16 दिसंबर को युद्धाभ्यास करने जा रही है। इसमें राफेल, सुखोई समेत फ्रंटलाइन फाइटर जेट इसमें शामिल होंगे। ये 48 घंटे तक नॉर्थ ईस्ट के तेजपुर, जोरहाट, चाबुआ और हाशिमारा एयरबेस से उड़ान भरेंगे।

इतना ही नहीं तवांग में भारत और चीन के सैनिकों की झड़प के बाद इंडियन एयरफोर्स (IAF) ने अरुणाचल सीमा पर कॉम्बैट एयर पेट्रोलिंग, यानी जंगी उड़ानें शुरू कर दी हैं। तवांग में हुई झड़प से पहले भी चीन ने अरुणाचल सीमा में अपने ड्रोन भेजने की कोशिश की थी। इसके बाद IAF ने तुरंत अपने लड़ाकू विमान अरुणाचल सीमा पर तैनात किए थे।

गौरतलब है कि पिछले साल इसी क्षेत्र में 200 चीनी सैनिकों ने घुसपैठ की कोशिश की थी। तब भी भारतीय सैनिकों ने इसे नाकाम कर दिया था। तब पेट्रोलिंग के दौरान सीमा विवाद को लेकर दोनों देशों के सैनिक आमने-सामने हो गए थे और कुछ घंटों तक यह सिलसिला चला था। हालांकि इसमें भारतीय जवानों को कोई नुकसान नहीं हुआ और प्रोटोकॉल के मुताबिक बातचीत से विवाद सुलझा लिया गया। इससे पहले जून 2020 को लद्दाख के गलवान घाटी में दोनों सेनाओं के बीच झड़प में 20 भारतीय सैनिक शहीद हो गए थे, जबकि चीन के 38 सैनिक मारे गए थे। हालांकि, चीन की पीपुल्स लिब्रेशन आर्मी ने 4 सैनिक मारे जाने की बात ही कबूली थी।

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