
इजरायली PM बेंजामिन (फाईल फोटो)
तेल अवीव। रूस यूक्रेन जंग के बीच मिडिल ईस्ट में भी एक बार फिर से तनाव बढ़ने की रिपोर्ट सामने आ रही है। बताया जा रहा है कि इजराइल के नेशनल सिक्योरिटी मिनिस्टर (होम मिनिस्टर) बेन गिविर ने पुलिस को आदेश जारी किया है कि मुल्क के किसी भी हिस्से में फिलिस्तीन के फ्लैग न लगने दें। ऐसा करने वालों को जेल में डाल दें। इसी कड़ी में आगे भी कहा गया है कि फिलिस्तीनी झंडा लगाना एक प्रकार का आतंकवाद माना जाएगा।
दरअसल,बेंजामिन नेतन्याहू की सरकार में गिविर को सबसे कट्टरपंथी मंत्री माना जाता है। उन्होंने हाल ही में उन जगहों का दौरा किया था जिनको लेकर इजराइल और फिलिस्तीन के बीच 1948 से विवाद चल रहा है। मालूम हो कि इजराइल के कई हिस्सों में अरब मूल के लोग रहते हैं। यहां कई बार पब्लिक प्लेसेज पर फिलिस्तीन के नेशनल फ्लैग नजर आते हैं। कट्टरपंथी बेन गिविर ने पुलिस से साफ कहा है कि फिलिस्तीन के फ्लैग किसी भी कीमत पर नजर नहीं आना चाहिए, क्योंकि इनसे यहूदियों की भावनाएं आहत होती हैं और लॉ एंड ऑर्डर खराब होता है। फिलिस्तीन का झंडा फहराना आतंकवाद माना जाएगा।
बता दे कि इजरायल के इस नये फैसले से इजरायल-फिलिस्तीन के बीच जारी पहले से ही इस तनाव में एक बार फिर से और भी भीषण तनातनी बढ़ने की संभावना बढ़ गई है। विशेषज्ञों का यहां तक मानना है कि इस फैसले से तनाव इतना बढ़ सकता है कि जंग तक की नौबत आ सकती है। फिलहाल,अब आगे क्या होगा ? यह अभी साफ नहीं है लेकिन इतना जरूर है कि इन दोनों देशों के बीच तनातनी एक बार फिर से बढ़ेगी।
