सांकेतिक तस्वीर।
तेल अवीव/यरुशलम। मिडिल-ईस्ट में तनाव एक बार फिर से अपने चरम पर है। क्योंकि,बीते 24 घंटें के भीतर पूर्वी यरुशलम दोबारा हमला हुआ है,जहां इस दौरान एक 13 साल के फिलिस्तीनी किशोर हमलावर ने गोलीबारी की है। इस हमले में कम से कम दो इजरायली नागरिक घायल हो गए। बता दे कि इससे एक दिन पहले ही एक उपासनास्थल के बाहर एक अन्य हमलावर ने सात लोगों को मार डाला था।
इस बीच इजरायली पुलिस फोर्स के हवाले से दावा किया गया है कि उसने जवाबी कार्रवाई कर 13 वर्षीय हमलावर पर काबू पाया और उसे घायल स्थिति में अस्पताल ले जाया गया। हालांकि,इस हमलावर की स्थिति के बारे में ज्यादा कुछ नहीं बताया गया है। मालूम हो कि इससे एक दिन पहले इजरायल ने रॉकेट हमलों के जवाब में गाजा पर रात भर बमबारी की थी। इजरायली लड़ाकूं विमानों ने गाजा पट्टी में आतंकी संगठन हमास की रॉकेट फैक्ट्री और ट्रेनिंग सेंटर को निशाना बनाया था। दरअसल,हमास ने वेस्ट बैंक के जेनिन शरणार्थी शिविर में इजरायली सेना के साथ हुए मुठभेड़ में 10 फिलिस्तीनी नागरिकों के मारे जाने के जवाब में रॉकेट दागे थे। जेनिन में मरने वालों में 10 फिलिस्तीनी हथियारबंद लड़ाके और तीन आम नागरिक थे।
उल्लेखनीय है कि मिडिल ईस्ट में इस समय ईरान के परमाणु कार्यक्रम को लेकर इजरायल, अमेरिका और सऊदी संयुक्त रूप से मोर्चेबंदी में जुटे हुए हैं। तो वहीं दूसरी ओर हमास और हिजबुल्लाह आतंकी संगठन इजरायल के खिलाफ लगातार छद्म युध्द के रूप में सक्रिय है। ऐसे में इजरायल इन तमाम गंभीर चुनौतियों का सामना करते हुए ईरान पर लगातार निगाह रखे हुए हैं। यही कारण है कि विशेषज्ञ रूस-यूक्रेन जंग के बीच मिडिल ईस्ट में भी जल्द ही दुनिया का दूसरा जंगी फ्रंट खुलने का संकेत दे रहे हैं।