
अमेरिकी जेट,फाईल फोटो,साभार – (अमेरिकी एअर फोर्स के ट्वीटर से)
वॉशिंगटन। हाल ही में अमेरिकी फाइटर जेट के द्वारा एक स्पेशल ऑपरेशन के दौरान अमेरिका के आसमान में कई दिनों से उड़ रहे चीन के जासूसी गुब्बारे को अटलांटिक महासागर के उपर मार गिराने के बाद,गुब्बारे के इस मलबे की शुरूआती जांच में बेहद हैरान कर देने वाला खुलासा सामने आया है। जिसमें दावा किया जा रहा है कि चीन का यह जासूसी गुब्बारा जमीन से 200 फुट उपर आसमान में था और यह एक बड़े यात्री विमान के बराबर वजनी पेलोड लेकर जा रहा था। बता दे कि अमेरिकी नौसेना ने इसकी जांच शुरू कर दी है। जहां पेंटागन के एक वरिष्ठ अधिकारी के हवाले से यह दावा किया गया है कि इस गुब्बारे में विस्फोटक भी हो सकता है। इतना ही नहीं अमेरिकी ऐजेंसियों को उम्मीद है कि इसके मलबे से चीन के पूरे जासूसी नेटवर्क के बारे में बहुत बड़ा खुलासा हो सकता है।
इस बीच चीन के इस गुब्बारे को लेकर कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया है कि इस गुब्बारे का वजन हजारों किलो था और उसमें खुद को तबाह करने के लिए विस्फोटक भी लगा हुआ था। हालांकि,इसे अमेरिका के एफ-22 फाइटर जेट ने मार गिराया था। अब इसके मलबे को अमेरिकी अधिकारी दक्षिणी कैरोलिना में समुद्र के अंदर से निकाल रहे हैं। इस चीनी जासूसी गुब्बारे से अमेरिका और चीन के बीच रिश्ते काफी खराब हो गए हैं और अमेरिकी विदेश मंत्री ने अपनी चीन यात्रा तक को स्थगित कर दिया है।
वहीं,पेंटागन के हवाले से कहा गया है कि अमेरिकी नौसेना सोनार का इस्तेमाल करके इस गुब्बारे के मलबे को निकालने का प्रयास कर रही हैं। इसी कड़ी में अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन की प्रेस सेक्रेटरी ने कहा है कि इस जासूसी गुब्बारे के मलबे से यह शानदार मौका मिलेगा कि चीन के जासूसी गुब्बारों के बारे में काफी सूचना हासिल की जा सके। उन्होंने कहा कि इसी वजह से हमने उसे समुद्र में गिराया ताकि चीनी गुब्बारे के मलबे को हासिल किया जा सके।
अमेरिकी एअर फोर्स के जनरल ग्लेन वानहर्क ने भी दावा किया है कि उन्होंने अभी यह पता लगाया है कि चीनी गुब्बारे में एक यात्री विमान के बराबर पेलोड था। जनरल वानहर्क ने आगे भी कहा कि इसमें जरूरत से काफी ज्यादा पेलोड था और संभवत: खुद को तबाह करने के लिए विस्फोटक से भी लैस था। उन्होंने कहा कि विशेषज्ञ 15 फुटबॉल के मैदान के बराबर इलाके में इसके मलबे को तलाश रहे हैं। इस दौरान पेंटागन ने यह भी खुलासा किया कि अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के समय में भी अमेरिका के विभिन्न इलाकों में इसी तरह के चीनी गुब्बारे कुछ समय के लिए दिखाई दिए थे।
