फोटो साभार -(विकिपीडिया से)
नई दिल्ली। खालिस्तानी आतंकियों के खिलाफ अब भारतीय एजेंसियां किसी बड़े ज्वाइंट आपरेशन की तैयारी में जुट गई है,रिपोर्ट है कि आने वाले 5-6 अक्टूबर को राजधानी दिल्ली में एनआईए, आईबी, रॉ और राज्यों की एटीएस की एक अहम बैठक बुलाई गई है। जहां इस मीटिंग में ये सभी एजेंसियां एक साथ मिलकर देश विरोधी समूहों के विरूद्ध समन्वय के साथ काम करने और एक्शन प्लान पर चर्चा करेंगी।
दरअसल,खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के बाद भारत और कनाडा के रिश्तों में तल्खी चरम पर है। इसी बीच पंजाब से अलगाववाद और खालिस्तानी आतंकवादी को जड़ से खत्म करने के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय बड़े एक्शन की तैयारी शुरू कर दी है। यही कारण है कि खालिस्तानी गतिविधियों, टेरर एक्टिविटी, फंडिंग और गैंगस्टरों को नेस्तानाबूद करने के लिए 5-6 अक्टूबर को राजधानी दिल्ली में राष्ट्रीय जांच एजेंसी यानी की NIA ने बड़ी बैठक बुलाई है। इस बेहद महत्वपूर्ण मीटिंग में NIA चीफ, IB चीफ , रॉ चीफ सहित राज्यों के ATS के प्रमुख भी शामिल होंगे। इस बैठक का प्रमुख एजेंडा खालिस्तानी आतंकवाद का कमर तोड़ना है।
दावा है कि इस मीटिंग में विदेशी धरती से खालिस्तानी -आतंकी और गैंगस्टर के गठजोड़ के खिलाफ कार्रवाई करने की मजूबत रणनीति बनेगी। बैठक में पंजाब, राजस्थान, हरियाणा, जम्मू कश्मीर, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और दिल्ली एनसीआर में खालिस्तानी गैंगस्टरों के खात्मे की पूरी प्लानिंग की जाएगी। पंजाब से खालिस्तानी आतंकियों को जड़ से खत्म करने के लिए IB, NIA और ATS मिलकर के एक दूसरे के साथ टेरर एक्टिविटीज के इनपुट्स शेयर करेंगे जिसके बाद इस पर एक्शन लिया जाएगा।
बता दें कि निज्जर की हत्या के बाद से हीं दोनों देशों भारत और कनाडा के बीच उपजे तनाव के बीच एनआईए ने रविवार को 19 ऐसे खालिस्तानी आतंकियों की लिस्ट जारी की थी जो अलग-अलग देशों में बैठकर भारत के खिलाफ साजिश रचने में जुटे हुए हैं। इससे पहले SFJ चीफ़ गुरपतवंत सिंह पन्नू की प्रॉपर्टी जब्त होने के बाद भगोड़े खालिस्तानी आतंकियों की ये नई लिस्ट तैयार की गई है। एनआईए सूत्रों के मुताबिक ब्रिटेन, अमेरिका, कनाडा, दुबई, पाकिस्तान सहित दूसरे देशों में रह रहे भगोड़े खालिस्तानियों की भारत में तमाम संपत्तियां जब्त होंगी। UAPA के सेक्शन 33(5) के तहत ये संपत्तियां जब्त की जाएंगी।
गौरतलब है कि कनाडा में खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के बाद वहां के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने इसमें भारत सरकार की भूमिका का आरोप लगाया था जिसके बाद दोनों देशों में तनाव बढ़ गया है। इसके बाद भारतीय खुफिया एजेंसियों ने डोजियर जारी किया है जिसमें कहा गया है कि निज्जर ने कनाडा की धरती पर अपने संगठन में लोगों की ट्रेनिंग, वित्तपोषण और संचालन में सक्रिय भूमिका निभाई थी। भारत सरकार कनाडा की सरकार से खालिस्तानी तत्वों पर कार्रवाई के लिए पहले भी कई बार आग्रह कर चुकी है। लेकिन कनाडा सरकार ने भारत के डोजियर का कभी संज्ञान नहीं लिया।