एक्सक्लूसिव रिपोर्ट

इस समय भारतीय सेना के सभी कमांड बड़े वार ड्रिल पर, आशंका जताई जा रही कि दुश्मन के साथ जारी गतिरोध के बीच किया जा रहा बड़ा ड्रिल – राकेश पांडेय (स्पेशल एडिटर)


भारतीय सेना की कानवाई (फाईल फोटो)

नई दिल्ली। भारतीय सेना इस समय बड़े वार ड्रिल पर है, जो कि इसे सेना की बड़े तैयारी के रुप में देखा जा रहा है।
हालांकि इस ड्रिल पर सेना के एक अधिकारी ने साफ किया है कि जून-जुलाई में आर्मी अलग अलग स्तर पर वॉर गेम करती है। जिसमें सभी संभावनाओं पर बात होती है और किस हालात में किस तरह आर्मी रिएक्ट करेगी उसका खाका तैयार होता है। इसमें हर एक एंगल पर बात कर ऑपरेशन की प्लानिंग तैयार की जाती है। यह एक तरह से कागजों पर होता है जिसके बाद फिर ग्राउंड में इसे वेलिडेट यानी सत्यापित करना होता है। इस वक्त आर्मी की अलग अलग कमांड इसे अलग अलग भौगोलिक परिस्थितियों और मौसम में वेलिडेट कर रही है।

सेना के ट्रकों का काफिला (फाईल फोटो)

बताया जा रहा है कि लद्दाख में भी पिछले हफ्ते ही ड्रिल पूरी हुई जिसमें इस बात पर एक्सरसाइज की गई थी कि किस तरह किसी चिन्हित जगह पर सैनिकों को उतारकर उसे कब्जे में लेना है। एयरफोर्स के साथ मिलकर विंटर स्टॉकिंग की एयर लिफ्ट एक्सरसाइज भी की गई थी। लाइन ऑफ कंट्रोल यानी पाकिस्तान बॉर्डर पर ऑपरेशन प्लानिंग को वेलिडेट करने की एक्सरसाइज कश्मीर में चल रही है। इसके अलावा जैसलमेर में भी इंडियन आर्मी एक्सरसाइज कर रही है। लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल यानी चीन बॉर्डर के लिए अलग-अलग सेक्टर में एक्सरसाइज चल रही है। सेंट्रल सेक्टर की एक्सरसाइज हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में हिमालयन रेंज पर कई जा रही है। अरूणाचल प्रदेश में 15000 फीट की ऊंचाई पर पिछले हफ्ते से एक्सरसाइज शुरू हुई है।

भारतीय जवान (फाईल फोटो)

बताते चले कि जैसलमेर में जारी ड्रिल में सेना की उत्तरी कमांड की पैदल सेना (इंफेंट्री),आर्टिलरी, आरमर्ड,एयर डिफेंस सहित सभी आर्म्स हिस्सा ले रही हैं। इसमें आर्टिलरी की अहम भूमिका है क्योंकि रेगिस्तान में होने वाले किसी भी ऑपरेशन में तोपों का अहम रोल होता है। ये एक्सरसाइज इंटीग्रेटेड वॉरफेयर के लिए ऑपरेशंस को भी वेलिडेट कर रही है। इसमें आर्मी के साथ नेवी, एयरफोर्स और बीएसएफ मिलकर किस तरह ऑपरेशन को अंजाम देगी यह परखा जा रहा है।
जैसलमेर में चल रही एक्सरसाइज 26 नवंबर को पूरी होगी। एक्सरसाइज के आखिरी दिन रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और आर्मी चीफ जनरल एमएम नरवणे भी जैसलमेर जाएंगे।

उल्लेखनीय है कि लद्दाख बार्डर पर दुश्मन के साथ जारी लगातार गतिरोध और पाकिस्तान के साथ भी जारी तनाव के दृष्टिगत भारतीय सेना इतने बड़े ड्रिल पर है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *