एक्सक्लूसिव रिपोर्ट

पाकिस्तान में जारी सियासी भूचाल के बीच एक और घटना घटी, पाक NSA ने दिया इस्तीफा, वहीं सुप्रीम कोर्ट ने भी मंगलवार तक टाली सुनवाई – विजयशंकर दूबे/राजेंद्र दूबे


नवाज शरीफ के भाई शहबाज शरीफ (फाईल फोटो)

इस्लामाबाद। कई दिनों से जारी सियासी भूचाल के बीच पाकिस्तानी संसद में अविश्वास प्रस्ताव खारिज होने और नेशनल असेंबली भंग किए जाने के मामले को सुप्रीम कोर्ट ने स्वतः संज्ञान लेते सोमवार को सुनवाई की जहां इस दौरान विपक्षी पार्टी PPP (पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी) ने भी एक याचिका दायर की थी। जिसमें कहा गया था कि इस मामले की सुनवाई के लिए सुप्रीम कोर्ट के सभी 16 जजों की बेंच बनाई जाए। जहां इस मांग को 3 जजों की बेंच ने खारिज कर दिया।

इसके बाद सुनवाई के दौरान तीन जजों की बेंच ने कहा- संसद में जो कुछ भी हुआ उसकी समीक्षा जरूरी है। हमने सभी पक्षों को नोटिस जारी किए हैं। अगली सुनवाई मंगलवार को होगी। तो वहीं दूसरी तरफ,राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने कहा कि केयरटेकर प्रधानमंत्री की नियुक्ति तक इमरान खान पद पर बने रहें।


पाकिस्तान के NSA डा.मोईद यूसुफ (फाईल फोटो)

इस दौरान पाकिस्तान के जारी सियासी तूफान के बीच एक और घटना घट गई जहां सोमवार को देश के नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजर डॉक्टर मोईद यूसुफ ने इस्तीफा दे दिया। बता दें कि इसके पहले इमरान खान के चीफ सेक्रेटरी आजम खान और एडवाइजर शहजाद अकबर भी पद छोड़ चुके हैं। खास बात यह है कि इन तीनों के पास ही दोहरी नागरिकता है। आजम और मोईद यूसुफ के पास अमेरिका जबकि शहजाद अकबर के पास ब्रिटेन के नागरिकता है। मोईद यूसुफ ने जनवरी में पाकिस्तान की पहली नेशनल सिक्योरिटी पॉलिसी पेश की थी। विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी और यूसुफ के हमेशा तल्ख रिश्ते रहे।

गौरतलब है कि बीते रविवार को संसद की कार्यवाही 10 मिनट भी नहीं चली। डिप्टी स्पीकर ने अविश्वास प्रस्ताव खारिज कर दिया और संसद की कार्यवाही को 25 अप्रैल तक स्थगित कर दिया। इसके कुछ देर बाद इमरान खान की सिफारिश पर राष्ट्रपति ने नेशनल असेंबली भंग कर दी।

तो वहीं रविवार को अविश्वास प्रस्ताव खारिज किए जाने के बाद विपक्ष के तमाम नेता संसद में ही बैठ गए थे। कुछ देर बाद सुप्रीम कोर्ट में मामला पहुंच गया। बाद में विपक्ष के नेता शहबाज शरीफ ने दो टूक लफ्जों में कहा कि इमरान खान घमंड से चूर हैं। उन्होंने लोकतंत्र की हत्या की है।

इसी कड़ी में उन्होंने आगे भी कहा कि अब हमें उम्मीद है कि सुप्रीम कोर्ट इस मुल्क को संवैधानिक अधिकार दिलाएगा। हम सुप्रीम कोर्ट के फैसले का इंतजार करेंगे। अगर वो चुनाव के लिए कह रहे हैं तो हम तैयार हैं, लेकिन अगर अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग का मामला आता है तो हम उसका स्वागत करेंगे। हालांकि, सोमवार को भी सुनवाई टल गई। अब यह मंगलवार को होगी।

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